Computer Hardware Notes in Hindi
मेमोरी कार्ड क्या होता है और कैसे काम करता है?
मेमोरी कार्ड क्या होता है और कैसे काम करता है?
मेमोरी कार्ड के बारे में आजकल कौन नहीं जानता होगा। वह दिन बहुत लोगो को याद होंगे जब आप मोबाइल में गाने सुनने के लिए किसी दुकान पर मेमोरी कार्ड को भरवाने के लिए जाते होंगे। यह बात मैं इसलिए बोल रहा हूँ क्योंकि मेमोरी कार्ड में गाने स्टार्ट करने के लिए भी किसी समय दुकानों पर जाना पड़ता था। इंटरनेट से आप सीधे गाने नहीं सुन सकते थे।
चलिए
मेमोरी कार्ड बहुत पुराने समय से आपके फ़ोन की मेमोरी को बढ़ाता रहा है। यानि आपके साथ में जो मेमोरी आती हैं अगर आपको उससे ज्यादा मेमोरी की आवश्यकता है तो उसे पूरा करता है।
मेमोरी कार्ड क्या होता है?
मेमोरी कार्ड एक ऐसा डिवाइस होता है जिसके माध्यम से आप किसी भी डाटा को आसानी से और तेजी से एक जगह दूसरी जगह तक पहुँचा सकते हैं। यह एक पोर्टेबल हार्ड डिस्क ड्राइव की तरह ही काम करता है। इसमें आप अपने जरुरी फोटो या वीडियो को भी स्टोर कर सकते हैं। और अगर मैं यह कहूँ कि यह CD से ज्यादा विश्वसनीय होता है तो गलत नहीं होगा क्योंकि CD में आपके डाटा को ख़राब होने का खतरा होता है पर इसके साथ ऐसा नहीं है। यह आपके डाटा को एकदम सुरक्षित रखता है। इसका इस्तेमाल आमतौर पर मोबाइल फ़ोन में किया जाता है।
मेमोरी कार्ड को SD कार्ड भी बोला जाता है और यह फ़्लैश मेमोरी पर काम करती है। फ़्लैश मेमोरी का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए किया जाता है। जैसे डिजिटल कैमरा, वीडियो गेम इत्यादि। मेमोरी कार्ड में आसानी से अपने डाटा को, इमेज को वीडियो को या फिर अपने कंप्यूटर की जरुरी फाइलों को आसानी से सुरक्षित रख सकते हैं।
मेमोरी कार्ड का इतिहास
मेमोरी कार्ड का अविष्कार Fujio Masuoka के द्वारा Toshiba में 1980 में किया गया था। 1990 में सबसे पहली बार PC Card का प्रयोग किया गया था। जिसका इस्तेमाल आज कंपनियों में इनपुट आउटपुट डिवाइस को जोड़ने के लिए है। 1994 में और भी कई तरह के कार्ड मार्किट में आये जैसे Compact Flash, Smart Media इत्यादि।
आज के समय में कंप्यूटर में, मोबाइल में, SD Card के लिए अलग से स्लॉट लगाए जाते हैं। पहले जो मेमोरी कार्ड आते थे। उनकी स्टोर करने की क्षमता कम होती थी पर उनके मूल्य बहुत अधिक होते थे पर समय के साथ आज इनकी स्टोरेज क्षमता को बहुत बढ़ा दिया गया और मूल्यों को कम कर दिया गया है जिससे हर व्यक्ति इन्हे आसानी से खरीद सके।
मेमोरी कार्ड के फायदे
1. मेमोरी कार्ड इतने छोटे होते हैं कि आप इन्हे आसानी से कही भी ले जा सकते हैं।
2. अभी के समय में मेमोरी कार्ड की स्टोरेज बहुत ज्यादा होती है। जिससे आप आसानी से अपने सारे डाटा को इसमें स्टोर कर सकते हैं।
3. जब आप इसमें अपना कोई भी डाटा स्टोर कर रहे होते हैं तो यह बिल्कुल भी आवाज नहीं करता है।
4. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप इन्हे आसानी से कई डिवाइस में लगा सकते है। जैसे: मोबाइल फ़ोन, कैमरा या फिर अपने सिस्टम में भी लगा सकते है।
5. अगर मेमोरी कार्ड में कोई डाटा भेजना चाहते हैं तो इन्हे बहुत कम पावर की आवश्यकता होती है।
मेमोरी कार्ड के नुकसान
1. मेमोरी कार्ड का छोटा साइज होने की वजह से यह आसानी से खो जाता है या आसानी से टूट भी जाता है।
2. अगर आप CD और DVD से इनकी तुलना करेंगे तो मूल्य बहुत अधिक होते है।
मेमोरी कार्ड कैसे काम करता है?
मेमोरी कार्ड फ़्लैश मेमोरी पर काम करता है और यह आपके किसी भी डाटा को स्टोर करने के काम में आते है। यह दूसरे मीडिया स्टोरेज से बिल्कुल अलग होता है और इनको किसी भी डाटा को अपने पास रखने के लिए किसी भी पावर की जरुरत नहीं होती है।
अगर आप मेमोरी कार्ड इस्तेमाल करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे मोबाइल फ़ोन या डिजिटल कैमरा को आपके कार्ड को रीड करना होगा।
आजकल बहुत से कंप्यूटर में मेमोरी कार्ड स्लॉट आता है। आप उसमें आसानी से अपना मेमोरी कार्ड लगा सकते हैं और अगर आपके सिस्टम में मेमोरी कार्ड स्लॉट नहीं है तो आप बाजार से USB खरीद सकते है जिससे आपका सिस्टम आपके कार्ड को आसानी से रीड कर पायेगा और आप अपने सिस्टम से कोई भी डाटा अपने मेमोरी कार्ड में सेव कर सकते है।
अगर मेमोरी कार्ड में डाटा स्टोर की बात करें तो आपका डाटा इलेक्ट्रॉनिक सीरीज के माध्यम से स्टोर होता है। जिसे NAND Chips कहा जाता है। ये चिप आपके किसी भी डाटा को आपके कार्ड में लिखने की या फिर डाटा को स्टोर करने की परमिशन देते हैं। इन कार्ड में जो Chip लगी होती है वह एक जगह से दूसरी जगह तक नहीं जा सकते हैं। इनका काम केवल आपके डाटा को तेजी से ट्रांसफर करने का होता है।
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